देश भक्ति के माहोल से गूंजेगा महाराणा प्रताप सभागार
भीलवाड़ा /घुमन्तु दर्पण (धीरज कुमार शर्मा )|
सतत सेवा संस्थान द्वारा मंगलवार को नगर निगम के महाराणा प्रताप सभागार में शहीद ए आजम भगत सिंह पर आधारित नाटक “मृत्युंजय “का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह भी शिरकत करेंगे। सतत सेवा संस्थान के संस्थापक चन्द्र शेखर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह ने असेंबली दिल्ली में बम फेंका था जिससे अंग्रेजी हुकूमत की नींद हराम हो गई थी ।8 अप्रैल को ऐतिहासिक मानते हुए भगत सिंह के जीवन की कुछ जीवंत घटनाओं को दर्शाते हुए संस्कार भारती द्वारा मृत्युंजय नाटक का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा ।
इस आयोजन पर भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह की गरिमामय उपस्थित रहेंगी ।नाटक परिकल्पना के प्रेरणापुंज प्रदीप देशवाल नई दिल्ली से आ रहे है ।8 अप्रैल सुबह 4:00 बजे चेतक एक्सप्रेस से वे भीलवाड़ा पहुंचेंगे। उनकी अगवानी के लिए कार्यकर्ता स्टेशन पहुंचेंगे संस्थान के सभी सदस्यों ने एक महीने की मेहनत के बाद सभी तैयारियां पूरी करली गई है।
इस ऐतिहासिक आयोजन में भीलवाड़ा के जनप्रतिनिधि ,प्रशासनिक अधिकारी ,संत महात्माओं, की उपस्थिति रहेगी । युवाओं , स्कूली बालको ,महिलाओं और पुरुषों के लिए भी यह कार्यक्रम ऐतिहासिक माना जा रहा है। सतत सेवा संस्थान निरंतर कई वर्षों से देश के क्रांतिकारियों के लिए ,वीरांगनाओ के लिए ,दिव्यांग सैनिकों और शहीद परिवारों को सहयोग करने के लिए अनूठे कार्यक्रम करता आया है ।युवाओं में राष्ट्र प्रेम की अलग जगाने तथा सैनिक परिवारों के साथ देश वासियों को खड़ा करने के लिए संस्थान ऐसे आयोजन करता है ।इसी के तहत 8 अप्रैल को यह आयोजन किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, महामंत्री पंकज अग्रवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश चंद्र कचोलिया, सुनील राठी संगठन मंत्री कृष्ण कुमार टेलर ,रजनीकांत आचार्य उत्सव मित्तल ,वी के यादव ,लक्ष्मी नारायण मूंदड़ा, प्रवक्ता प्रदीप चौधरी, प्रचार प्रमुख जितेंद्र बांठिया ,अनुशासन प्रमुख प्रेम शंकर जोशी ,जनसंपर्क प्रमुख चंद्र प्रकाश कालिया ,रामचंद्र मूंदड़ा ,जगदीश जागा , प्रतीक व्यास , प्रतीक कचोलिया ,अवधेश कुमार जौहरी ,गोपाल शर्मा , अंकित दाधीच, मीडिया प्रभारी गजानंद बोहरा , पवन बावरी इन कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण सहयोग ।रहा यह जानकारी संस्था के संस्थापक चंद्रशेखर शर्मा ने दी










